Friday, July 11, 2025
HomeNATIONALहिमाचल में मॉनसून का कहर... 13 दिनों में 63 मौतें, 40 लापता!...

हिमाचल में मॉनसून का कहर… 13 दिनों में 63 मौतें, 40 लापता! 400 करोड़ से अधिक का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने अपने शुरुआती दिनों में ही भारी तबाही मचाई है. 20 जून को राज्य में मॉनसून के प्रवेश के बाद से, मात्र 13 दिनों के भीतर भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में 63 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 40 लोग अभी भी लापता हैं. राजस्व विभाग के आपदा प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा से राज्य को 400 करोड़ रुपये से अधिक का अनुमानित नुकसान हुआ है.

राज्य के विभिन्न जिलों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्‍यादा नुकसान मंडी में हुआ. मंडी जिले के थुनाग, बगसायड (जो पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र में आते हैं) में भारी तबाही हुई है. इसके अलावा, मंडी के करसोग और धर्मपुर में भी भयंकर नुकसान हुआ है.

Kolkata rape case : क्राइम सीन रीक्रिएट के लिए चारों आरोपियों को लॉ कॉलेज लेकर गई पुलिस

किस जिले में कितनी मौतें? 

मंडी जिला इस त्रासदी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां अब तक लगभग 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 के करीब लोग लापता बताए जा रहे हैं. अन्य प्रभावित जिलों में बिलासपुर में 6 मौतें, चंबा में 6, हमीरपुर में 2, कांगड़ा में 13, किन्नौर में 2, कुल्लू में 4, लाहौल स्पीति में 1, शिमला में 5, सिरमौर में 1, सोलन में 2 और ऊना जिले में 4 लोगों की जान गई है.

इस दौरान 109 लोग जख्मी हुए हैं, जिनका इलाज जारी है. लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, लेकिन खराब मौसम बचाव कार्यों में बाधा डाल रहा है. भारी बारिश के कारण 287 पशुओं की भी मौत हुई है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. सड़कों, पुलों और अन्य इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

बालको ने प्राइड मंथ पर संयंत्र एवं समुदाय में चलाया जागरूकता अभियान

6 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट 

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 6 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और बिगड़ने की आशंका है. राज्य सरकार और आपदा राहत टीमें लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं, लेकिन मौसम की बेरुखी उनकी चुनौतियों को बढ़ा रही है. लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है. राज्य में इस मॉनसून सत्र की शुरुआत ने चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है, जिससे सरकार और जनता दोनों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं.

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments