चांपा : कोरबा मार्ग के तिलक नगर चांपा स्थित सड़क की दयनीय स्थिति पर शासन प्रशासन की भूमिका संदिगध है वहीं कथित जनप्रतिनिधियों की भूमिका भी शंका के दायरे में है।
ज्ञातव्य हो कि बरसात के मौसम से पूर्व ही चांपा कोरबा मार्ग के तिलक नगर वार्ड के पास की मुख्य सड़क किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही है। लगभग 75 मीटर का हिस्सा बुरी तरह जर्जर अवस्था में है। जगह जगह बन गए बड़े बड़े गढ्ढो के कारण सायकल सवार भी कठिनाई महसूस कर रहें हैं कई शिकायतों के बावजूद विभाग के लोग गहरी निद्रा में हैं वहीं जिला प्रशासन भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी से भाग रहा है।
बड़े वाहनो का आवागमन तो बाधित है ही वहीं दो पहिया वाहन तो दिन प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। पिछले दिनों क्षेत्र के विधायक ने जर्जर सड़क की दशा को लेकर सुध ली और संबंधित जर्जर सड़क स्थल पर जाकर उपस्थित निचले स्तर के कर्मचारियों को खूब खरी खोटी सुनाई और तत्काल मार्ग के सुधार नही होने पर आंदोलन की बात कही इस दौरान कांग्रेसजनों ने खूग फोटो सेशन कराया और इसे लेकर प्रचारित भी खूब किया लेकिन सड़क की दुर्दशा आज भी देखते ही बनती है।
ऐसे में यही लगता है कि शासन और प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है और जनप्रतिनिधियों का रवैया भी विकास के मूलभूत ढांचे को ठेंगा दिखा रहा है। उक्त जर्जर सड़क को लेकर वार्डवासी काफी ज्यादा आक्रोशित हैं उनका गुस्सा कभी भी सड़क पर दिखाई दे सकता है समय रहते जिला प्रशासन और संबंधित विभाग को अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए नही तो जनता के विरोध का तरीका सभी को पता है।
JANJGIR – CHAMPA : दुर्घटनाग्रस्त सड़क पर चलना दुभर प्रशासन सोया है गहरी निद्रा में
क्या कारण है कि बरसात के पहले इस मार्ग की दुर्गति परिलक्षित हो रही थी तब विभाग के लोग क्यों ध्यान नही देते ऐसे में समझा जा सकता है कि विभाग का निकम्मापन कही न कही जवाबदार है। दूसरी तरफ जिले के मजदूर और किसान नेता मनमोहन अग्रवाल ने क्रांतिकारी अंदाज में जिला प्रशासन के साथ साथ विभाग और शासन को सीधे सीधे धमकी भरे शब्दों में कहा है कि एक सप्ताह के भीतर यदि जर्जर सड़क की दुर्दशा नहीं सुधारी गई तो सड़क पर उतरकर चक्काजाम जैसी स्थिति निर्मित की जाएगी और इसके लिए प्रशासन और विभाग जवाबदार होगा। श्री अग्रवाल ने जिले के कलेक्टर से आग्रह भी किया है कि एक बार समय निकालकर उक्त सड़क की दयनीय स्थिति का जायजा लेने जरूर आएं।