Tuesday, July 29, 2025
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पाकिस्तान कनेक्शन बेनकाब! पहलगाम आतंकियों के पास मिला वोटर कार्ड और चॉकलेट रैपर, गृह मंत्री ने साधा निशाना

ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा का आज दूसरा दिन है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सदन को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि मारे गए आतंकवादियों के पास से जब्त किए गए वोटर आईडी और चॉकलेट रैपर पाकिस्तान में बने थे। दरअसल अमित शाह जम्मू कश्मीर के पहलगान में हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के मूल स्त्रोत के बारे में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के सवाल का जवाब दे रहे थे। लोकसभा में बोलते हुए शाह ने कहा कि केंद्र ने ठोस सबूत इकट्ठा किए हैं, जिनसे पुष्टि होती है कि आतंकवादी पाकिस्तान से थे।

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आतंकवादियों के पास से मिला पाकिस्तान निर्मित चॉकलेट: अमित शाह

अमित शाह ने आगे कहा कि इन सबूतों में पाकिस्तानी मतदाता पहचान पत्र संख्याएं और मारे गए आतंकवादियों के पास से मिले पाकिस्तान में बने चॉकलेट के रैपर शामिल हैं। सीधे तौर पर चिदंबरम पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, “पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा? (पाकिस्तान को बचाने से आपको क्या हासिल होगा?)।” गृह मंत्री ने कहा, “कल वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहां से आए और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। बेशक, यह हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम सत्ता में हैं। कल पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया, क्या सबूत है कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे? मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि पाकिस्तान को बचाकर उन्हें क्या मिलेगा। जब वह ऐसा कहते हैं, तो इसका मतलब है कि वे पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं।”

पी चिदंबरम पर बरस अमित शाह

अमित शाह की यह टिप्पणी सोमवार को ऑपरेशन महादेव में पहलगाम के तीन आतंकवादियों सुलेमान, अफगान और जिबरान के मारे जाने की पुष्टि के बाद आई है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया गया था। अमित शाह न आगे कहा कि ‘मुझे बहुत दुख हुआ कि कल इस देश के पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे। वे क्या कहना चाहते हैं? किसे बचाना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा? हमारे पास सबूत है कि ये तीनों पाकिस्तानी थे। हमारे पास उन दोनों के वोटर आईडी नंबर हैं। उनके पास से बरामद चॉकलेट पाकिस्तान में बनी हैं। इस देश के पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं। अगर वे पाकिस्तानी नहीं थे, तो चिदंबरम ये सवाल भी उठा रहे हैं कि पाकिस्तान पर हमला क्यों हुआ। 130 करोड़ लोग पाकिस्तान को बचाने की उनकी साजिश देख रहे हैं।’

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भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। सेना ने सोमवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके के जंगलों में पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े तीन आतंकियों को मार गिराया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को लोकसभा में जानकारी दी है कि सेना के ‘ऑपरेशन महादेव’ में सोमवार को तीन आतंकवादी मारे गए, इन्हीं आतंकवादियों ने पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या की थी।

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आतंकियों का पता कैसे लगाया गया?

दरअसल, भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक तकनीकी संकेत मिलने के बाद ऑपरेशन महादेव अभियान शुरू किया और सुलेमान को मारा गया। यह तकनीकी संकेत एक ऐसे सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल का इशारा कर रहा था, जिसका उपयोग पहलगाम हमले के हमलावरों ने भी किया था।सेना की कार्रवाई में दो अन्य आतंकवादियों को भी मार गिराया गया उनकी पहचान जिब्रान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है। ये सभी पहलगाम आतंकी हमले में शामिल थे।

कैसे की गई आतंकियों की पहचान?

गृह मंत्री अमित शाह ने बताया- “जब आतंकवादियों के शव श्रीनगर पहुंचे, तो उनकी पहचान पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले तीन लोगों के रूप में हुई। आतंकी हमले के कारतूसों की FSL रिपोर्ट पहले से ही तैयार थी। कल तीनों आतंकवादियों की राइफलें जब्त कर ली गईं और उनका FSL रिपोर्ट से मिलान किया गया। कल चंडीगढ़ में आगे की जांच की गई, उसके बाद पुष्टि हुई कि ये तीनों वही थे जिन्होंने आतंकी हमला किया था।”

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पहचाने गए आतंकवादी:

1. सुलेमान उर्फ फैजल जट्ट- लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सदस्य, पहलगाम हमले में सीधे तौर पर शामिल।

2. अफगान- ग्रेड ए आतंकवादी के रूप में वर्गीकृत।

3. जिब्रान- ग्रेड ए आतंकवादी, माना जाता है कि वह कोर एग्जिक्यूशन टीम का सदस्य था।

ये तीनों पहलगाम आतंकी हमले का हिस्सा थे और इन्हें दाचीगाम के जंगलों में पाया गया, जहां सुरक्षा बलों ने इन्हें मार गिराया।

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कितना खतरनाक था मास्टरमाइंड सुलेमान?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुलेमान पाकिस्तान में ट्रेनिंग से चुका था। वह हाईली ट्रेंड आतंकवादी था और उसे जंगलों में रहने और मुश्किल हालात में भी रहने की ट्रेनिंग मिली थी। ट्रेनिंग के बाद वह लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ और आतंकी वारदात करना शुरू किया। सुलेमान पहलगाम के अलावा भी कई अन्य आतंकी हमलों में शामिल था। सुरक्षाबलों ने जिस जगह पर सुलेमान और दो अन्य आतंकियों को मार गिराया वहां मुठभेड़स्थल से एक एम4 कार्बाइन राइफल, दो एके राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।

बालको महिला मंडल ने धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव

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बालकोनगर : बालको महिला मंडल ने तीज महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया। पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित, गणेश स्तुति एवं शंखनाद के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की गई। उत्सव में 65 से अधिक सदस्यों ने पारंपरिक परिधानों में अपनी सांस्कृतिक विरासत की सुंदर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और तीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छह श्रेणियों में विजेताओं का चयन किया गया, जिसमें तीज क्वीन सीमा साहू, प्रथम रनर-अप अल्का पृथ्विकार, द्वितीय रनर-अप इला छुगानी, मिस स्टनिंग ब्यूटी अनुराधा, मिस एलिगेंट सिम्प्लिसिटी सिमरन जैन और मिस ट्रेडिशनल पेजेंट हनी देवले थी। इस आयोजन ने भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण की भावना को प्रबल किया, साथ ही क्लब के सदस्यों के बीच आपसी सौहार्द और एकता को भी सशक्त किया।

यह आयोजन क्लब की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा कुमार के कुशल नेतृत्व और सलाहकार मंडल, श्रीमती वीनेता सिंह, श्रीमती रमा द्विवेदी, श्रीमती वंदना शर्मा तथा श्रीमती दिव्या ओझा के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर सचिव श्रीमती सुष्मिता श्रीवास्तव और कोषाध्यक्ष श्रीमती पल्लवी पाटिल ने बालको महिला मंडल की सभी सदस्याओं और मुख्य अतिथि के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि बालको महिला मंडल अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम से बालकोनगर के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने में सदस्यगण श्रीमती मोनिका कोचर, श्रीमती अंकिता सिंह, श्रीमती शिवानी प्रसाद, श्रीमती जागृति सिंह और श्रीमती नीतू वर्मा प्रमुख भूमिका रही।

बालको महिला मंडल द्वारा हालिया दिनों में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर क्लब सदस्यों ने मिलकर पौधारोपण किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगा का आयोजन, विश्व सोशल मीडिया दिवस पर नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से सामाजिक संदेश साझा किया गया, जबकि विश्व संगीत दिवस पर आयोजित आनंददायक अंताक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

सिविल अस्पताल में बड़ा हादसा: ऑक्सीजन प्लांट बंद होने से ICU के तीन मरीजों की मौत

पंजाब के जालंधर के सिविल अस्पताल में घोर लापरवाही सामने आई है। यहां के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में देर रात ऑक्सीजन प्लांट अचानक बंद हो जाने से 3 मरीजों की मौत हो गई। इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद मरीजों और उनके परिजनों में हड़कंप मच गया। ट्रॉमा सेंटर में एक स्नेक बाइट, एक टी.बी. और एक ड्रग्स ओवरडोज के मरीज का इलाज चल रहा था। ये मरीज पहले से ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे।

ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टर विनय ने सिविल अस्पताल प्रशासन का बचाव करते हुए कहा कि ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी आई थी लेकिन फॉल्ट को ठीक कर लिया गया था, यह मौतें उसके बाद हुई हैं। घटना के बाद अस्पताल स्टाफ ने हालात को काबू करने की कोशिश की, लेकिन मरीजों की जान नहीं बचाई जा सकी। फॉल्ट को जल्द ही ठीक कर लिया गया था, और यह कहना जल्दबाजी होगी कि मौतें ऑक्सीजन की कमी से ही हुई हैं। हां, इतना जरूर है कि मौतें ऑक्सीजन प्रेशर कम होने के बाद हुई हैं। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

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मरने वाले मरीजों के परिजन बोले, अस्पताल प्रशासन जिम्मेदार

हालांकि मरने वाले मरीजों के परिवार वालों का कहना था कि उनके परिवारिक सदस्यों को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो गई, जिसके चलते उनकी मौत हुई है। सर्पदंश का शिकार हुई मरीज अर्चना जो कि सिविल अस्पताल में इलाज करवा रही थी के परिजनों का कहना है कि हमारी बेटी पिछले 7 दिनों से यहां भर्ती थी। हमारी बेटी को जिस मशीन से ऑक्सीजन सप्लाई दी जा रही थी, वह बंद हो गई थी। हमने पहले भी कई बार सिविल अस्पताल के स्टाफ को ऑक्सीजन बंद होने की शिकायत दी थी, लेकिन स्टाफ ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। आज हमारी बेटी की ऑक्सीजन फिर से बंद हो गई, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।

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आप की स्वास्थ्य क्रांति की पोल खुली: कांग्रेस

आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और विधायक परगट सिंह ने जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई फेल होने से आई.सी.यू. में 3 मरीजों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इस घटना की निंदा करते हुए परगट सिंह ने आम आदमी पार्टी सरकार की नाकामी और पंजाब की स्वास्थ्य व्यवस्था की गिरती हालत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति की बात करती हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री को इस मामले की गंभीरता से जांच करवानी चाहिए। इस मामले में दोषी अस्पताल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यह हादसा एक सिस्टम की नाकामी है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को राम भरोसे छोड़ दिया गया है। अस्पतालों में ऑक्सीजन जैसी जीवनरक्षक सुविधा का फेल होना कोई छोटी चूक नहीं, यह एक प्रशासनिक अपराध है।

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हैदराबाद में सरोगेसी के नाम पर एक दंपति को ठगने वाले सृष्टि टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के मामले में सनसनीखेज विवरण सामने आए हैं। डीसीपी रश्मि पेरुमल और डीएमएचओ वेंकट ने मीडिया के सामने इस मामले से जुड़ी जांच का ब्योरा उजागर किया। राजस्थान के एक दंपति ने सरोगेसी के जरिए बच्चे के लिए सिकंदराबाद के सृष्टि टेस्ट ट्यूब सेंटर की डॉ. नम्रता से संपर्क किया। राजस्थानी महिला अपने पति के शुक्राणु से बच्चा पैदा करना चाहती थी। नम्रता ने कहा कि सरोगेसी से बच्चा दिलाने में 30 लाख रुपये खर्च होंगे। नम्रता ने उन्हें विजयवाड़ा स्थित अपने केंद्र में भेज दिया। वहां, डॉ. करुणा और सोनाली की देखरेख में उनका परीक्षण किया गया। पति के वीर्य के नमूने लिए गए। कुछ दिनों के बाद, उन्होंने विशाखापट्टनम की एक महिला को दिखाया और दंपति से 30 लाख रुपये वसूले उन्होंने यह कहते हुए अतिरिक्त 10 लाख रुपये वसूले कि सिजेरियन करना होगा।

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बच्चे के माता पिता से अलग दिखना और लगातार बीमार होने पर शक होने पर, दंपति ने डॉ. नम्रता से डीएनए टेस्ट कराने को कहा। नम्रता ने इनकार कर दिया और उन्हें धमकाया। यह कहते हुए कि उसका पति एक वकील है, उन्होंने धमकी दी कि उन्होंने बिना अनुमति के अवैध रूप से सरोगेट बच्चा प्राप्त किया है और अगर वे कानून के माध्यम से जाते हैं, तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। जब पीड़ित दंपति ने दिल्ली की एक लैब में डीएनए टेस्ट कराया, तो पता चला कि बच्चे का डीएनए उनके पति का डीएनए नहीं था। उन्होंने राजस्थान महिला सृष्टि केंद्र के संचालकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि पति के शुक्राणु के बजाय किसी अन्य व्यक्ति के शुक्राणु से बच्चा पैदा करके उनके साथ धोखाधड़ी की गई है।

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डीसीपी ने खुलासा किया कि असम की एक गर्भवती महिला को दिल्ली से विमान द्वारा विशाखापत्तनम लाया गया और उसका प्रसव कराया गया और उसके बच्चे को राजस्थान के एक दंपत्ति को यह विश्वास दिलाकर दे दिया गया कि यह एक सरोगेट बच्चा है। उन्होंने कहा कि बच्चे को बेचने वाली दिल्ली की महिला को 90,000 रुपये दिए गए थे। इसके साथ ही इस मामले में डॉ. नम्रता और सृष्टि टेस्ट ट्यूब सेंटर के कर्मचारियों के खिलाफ बाल तस्करी का मामला दर्ज किया गया है, डीसीपी ने खुलासा किया। उन्होंने कहा कि अगर नम्रता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाए, तो और भी बातें सामने आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि वे सरोगेसी के लिए आए दंपत्तियों का डेटा इकट्ठा कर उनसे पूछताछ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस बात की भी जाँच कर रहे हैं कि सरोगेसी के साथ-साथ कब और कितने बाल तस्करी के मामले हुए। 2020 में बंद… केंद्र का प्रबंधन अवैध रूप से किया जा रहा है ये कहना है डीएमएचओ।

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डीएमएचओ वेंकट ने बताया कि सृष्टि टेस्ट ट्यूब सेंटर 2020 में ही बंद हो गया था। तब से यह सेंटर बिना किसी मेडिकल काउंसिल की अनुमति के दो राज्यों में अवैध रूप से चल रहा है। उन्होंने कहा कि नए सरोगेसी कानून के अनुसार, परिवार के सदस्यों के अलावा किसी और की सरोगेसी के जरिए बच्चे पैदा करने की अनुमति नहीं है। हालांकि, उन्होंने पाया कि सृष्टि टेस्ट ट्यूब सेंटर के प्रबंधक उन लोगों को धोखा दे रहे हैं जो उनके पास बच्चे के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के दंपत्ति के मामले में सरोगेसी की बजाय बच्चों की तस्करी हुई थी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग और पुलिस इस केंद्र में एनेस्थिसियोलॉजिस्ट के रूप में काम कर रहे गांधी अस्पताल के डॉ. सदानंद की प्रैक्टिस की जांच कर रही है।

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एयर इंडिया विमान हादसे के बाद से लगातार सुरक्षा को लेकर चर्चा चल रही है। इसी क्रम में केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय और टाटा संस व एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखकरन के बीच मैराथन मीटिंग हुई है। इस मीटिंग में सरकार की तरफ से दो अहम सुझाव दिए गए हैं। इनमें से पहला सुझाव यह है कि एयर इंडिया के सभी डिपार्टमेंट में जिम्मेदार अपनी भूमिका निभाएं। दूसरों को बलि का बकरा बनाने से बचें। सुरक्षा संबंधी सभी फैसले अहम पदों पर बैठे लोग खुद लें और किसी अन्य के भरोसे न छोड़ें। इसके अलावा फ्लाइट के रख-रखाव को लेकर भी सुझाव दिए गए हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि खानापूर्ति से काम नहीं चलने वाला है। इस बैठक में अहमदाबाद में हुए हादसे के साथ-साथ तमाम अन्य छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर भी बात हुई है।

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सुझावों को लागू करने पर सहमति
इस बैठक में केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू, सचिव समीर कुमार सिन्हा और डीजीसीए चीफ फैज अहमद किदवई ने शुक्रवार को एयर इंडिया के चेयरमैन चंद्रशेखरन से मुलाकात की। इस दौरान एयर इंडिया की सुरक्षा को पुख्ता बनाने को लेकर चर्चा हुई। चंद्रशेखरन ने इस दौरान मिले सुझावों को लागू करने पर सहमति भी जताई। मामले की जानकारी रखने वालों के मुताबिक उड़ान से पहले कुछ विभागों की भूमिका काफी अहम हो जाती है। इनमें सुरक्षा, ट्रेनिंग, मेन्टेनेंस, इंजीनियरिंग और इंटीग्रेटेड ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर है। ऐसा सामने आया है कि इनमें से कुछ डिपार्टमेंट्स में केवल खानापूर्ति हो रही है। पदों पर कोई और बैठा है, फैसले कोई और ले रहा है।

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कई अन्य हादसों का जिक्र
12 जून को एयर इंडिया 171 के साथ हुए हादसे के अलावा अन्य छोटे-बड़े हादसों पर मंत्रालय ने एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन के साथ उच्च स्तरीय चर्चा की हैं। चंद्रशेखरन के साथ हुई बैठक में भी इन बातों का जिक्र हुआ। यह भी सामने आया है कि जांच के दौरान एयर इंडिया के कई अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान कुछ अहम बातें बताईं। इसमें कुछ लोगों को बलि का बकरा बनाने की बातें भी कही गईं। जैसे, 21 जून को डीजीसीए ने एयर इंडिया के तीन अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए। इन्हें लाइसेंसिंग, रेस्ट आदि में लापरवाही का जिम्मेदार बताया गया। साथ ही चेतावनी भी दी गई कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो एयर इंडिया बंद भी हो सकती है।

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इस बात से डर रहे कर्मचारी
एयर इंडिया मैनेजमेंट और उड्डयन मंत्री के बीच बैठक के दौरान एक और अहम बात सामने आई। मैनेजमेंट ने बताया कि पूर्व में क्रैश हुए विमानों (एआई 171 नहीं) की चीजें गुरुग्राम स्थित मेगा कॉम्प्लेक्स में रखी हुई हैं। इसमें सीटें, इंस्ट्रूमेंट्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर आदि हैं। बहुत से कर्मचारियों को यह पसंद नहीं आया है। वह इन चीजों को देखकर एक तरह की निगेटिविटी से भर जाते हैं कि इन्हीं सीटों पर किसी की जान निकली होगी। बहुत से कर्मचारियों ने कहा कि हमें बहुत ज्यादा सकारात्मकता की जरूरत है। हम उन सीटों को देखकर अंदर से डर जाते हैं।

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हरिद्वार: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ की खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि इस भगदड़ में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि 28 घायल हो गए हैं. घटना स्थल पर फंसे लोगों को निकालने का काम तेजी से जारी है. पुलिस फिलहाल मौके से घायलों को निकालने और उन्हें सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने के काम में लगी है.

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इस घटना को लेकर गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने एएनआई को बताया कि हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भारी जमा होने के बाद भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में 7 लोगों की मौत हो गई है. कई लोगों की हालात काफी गंभीर बनी हुई है. अभी तक जितनी जानकारी निकलकर सामने आई है उसके मुताबिक भगदड़ की ये घटना मंदिर के सीढ़ियों पर हुई है.

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आखिर भगदड़ किस वजह से मची, इसकी अभी जांच की जा रही है. घटना की जानकारी मिलने के बाद ही घायलों को पास के अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका फिलहाल इलाज चल रहा है.

धनकुबेर निकला डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर! विजिलेंस टीम को मिले करोड़ों की संपत्ति के सबूत

भुवनेश्वर: भ्रष्टाचार निरोधक सतर्कता विभाग (विजिलेंस) के अधिकारियों ने शुक्रवार को ओडिशा के कोरापुट जिले में एक उप वन रेंजर (डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर ) के आवास में बने एक “गुप्त कक्ष” से 1.43 करोड़ रुपये नकद, 1.5 किलोग्राम सोना और 4.6 किलोग्राम से अधिक चांदी बरामद की। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। कोरापुर सतर्कता पुलिस अधीक्षक (एसपी) रवींद्र कुमार पांडा ने बताया कि इसके अलावा, सतर्कता टीमों ने तलाशी के दौरान एक बहुमंजिला इमारत, तीन फ्लैट, दो उच्च मूल्य के प्लॉट, 1.33 करोड़ रुपये मूल्य की बैंक जमा राशि, दो कारें और 15 लाख रुपये से अधिक मूल्य के अन्य घरेलू सामान भी बरामद किए।

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कहां कहां छापेमारी ?

  1. रामचंद्र नेपक का पुश्तैनी ज़मीन पर बना मकान, एनकेटी रोड, पीआर पेट्टा, जयपुर टाउन, ज़िला कोरापुट।
  2. फ्लैट नंबर 510, गोल्डन हाइट्स रेज़िडेंशियल अपार्टमेंट, पीआर पेट्टा, जयपुर।
  3. फ्लैट नंबर 511, गोल्डन हाइट्स रेज़िडेंशियल अपार्टमेंट, पीआर पेट्टा, जयपुर।।
  4. उनके भाई का फ्लैट, यूएमएस भगवती मैंशन, रघुनाथपुर, भुवनेश्वर।
  5. उनके ससुराल का घर, सोमबार टोला, जयपुर टाउन।
  6. उनका कार्यालय, जयपुर फॉरेस्ट रेंज।

सतर्कता विभाग ने जेपोर वन रेंज के उपरेंजर-सह-प्रभारी राम चंद्र नेपक के छह ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू किया। उन पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है। विभाग ने एक बयान में कहा कि अधिकारी का सकल मासिक वेतन 76,880 रुपये (शुद्ध 69,680 रुपये) है। नेपक ने नौ मार्च, 1989 को कोरापुट में सामाजिक वानिकी प्रभाग के अंतर्गत एक ग्राम वन कर्मी के रूप में अपना करियर शुरू किया था। बयान में कहा गया है कि रामचंद्र नेपक के खिलाफ छापेमारी के तहत उनके जेपोर टाउन के गोल्डन हाइट रेजिडेंशियल अपार्टमेंट में स्थित फ्लैट में एक गुप्त कक्ष में छिपाए गए लगभग 1.4 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। गिनती के लिए मशीनें लगा दी गई हैं और गिनती का काम जारी है।

इसमें यह भी कहा गया है कि 1.5 किलोग्राम सोना, 4.63 किलोग्राम चांदी, सोने के चार बिस्कुट, सोने के 16 सिक्के और जेपोर टाउन में दो उच्च कीमत के भूखंडों का भी पता चला है। हालांकि, नेपक ने दावा किया कि उनके यहां पाई गई संपत्तियां उनके बेटे और पत्नी की भी हैं, जो कारोबार कर रहे हैं। सोने और चांदी की बरामदगी के बारे में उन्होंने कहा, “सोना और चांदी उन्हें और उनके बेटे की शादी के दौरान उपहार के रूप में मिले थे। इसमें कुछ भी अवैध नहीं है।

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गुप्त खजाना मिला

सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब फ्लैट नंबर 510 से एक गुप्त खजाना मिला। अब तक अधिकारियों ने वहां से करीब ₹1.4 करोड़ नकद बरामद किया। यह रकम एक गुप्त स्थान में रखी गई थी, जिसे टीम ने खोज निकाला। कुल नकदी बरामदगी बढ़कर लगभग ₹1.44 करोड़ हो गई है। बरामद संपत्ति की वैधता, सोने की कुल वजन और अन्य दस्तावेजों की जांच जारी है। यह देखा जा रहा है कि इतनी बड़ी संपत्ति किस स्रोत से और किस प्रकार इकट्ठा की गई।

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आय से अधिक संपत्ति

डिप्टी रेंजर श्री रामचंद्र नेपक पर आरोप है कि उन्होंने अपनी ज्ञात आय से अधिक संपत्ति जमा की है। यह आय उनकी नौकरी और सरकारी वेतन से मेल नहीं खाती। इसी आधार पर यह जांच शुरू की गई थी, जिसमें इतनी बड़ी नकदी और संपत्ति उजागर हुई है। विजिलेंस टीम संपत्तियों की वैधता, बैंक खातों, दस्तावेजों और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की जांच कर रही है। पूछताछ के लिए श्री नेपक को हिरासत में लेने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यह कार्रवाई ओडिशा में सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस विभाग की एक और बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। आने वाले दिनों में जांच से और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

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नवी मुंबई: नवी मुंबई के बेलापुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां शुक्रवार रात करीब 1 बजे गूगल मैप के सहारे जा रही एक महिला अपनी कार के साथ खाड़ी में जा गिरी। महिला बेलापुर से उल्वे की तरफ जा रही थी।

Raja Raghuvanshi Murder Case: राजा रघुवंशी की आत्मा की शांति के लिए शिलांग में अनुष्ठान, परिवार ने दो महीने बाद पहुंचकर दी श्रद्धांजलि

क्या है पूरा मामला?

गूगल मैप पर महिला को ब्रिज के ऊपर का रास्ता नहीं दिखा बल्कि नीचे से जाने का मार्ग दिखाई दिया। जिसके बाद महिला नीचे गई और सीधे खाड़ी में जा गिरी। वहां मौजूद सागरी सुरक्षा बल के लोगों ने इस घटना को देख लिया। जब सुरक्षाबल के लोग नजदीक पहुंचे तो देखा कि महिला उसमें तैर रही है। तुरंत सुरक्षा रक्षकों ने उसे बाहर निकाला और बाद में क्रेन की मदद से कार को भी बाहर निकाला गया। इसके बाद महिला को सुरक्षित घर पहुंचाया गया।

बता दें कि गूगल मैप के चलते पहले भी भारत में इस प्रकार की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

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दिसंबर 2024 में यूपी के बरेली में हुआ था हादसा

गूगल मैप की वजह से दिसंबर 2024 में यूपी के बरेली में भी हादसा हुआ था। ये हादसा बरेली के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के पीलीभीत रोड पर हुआ था। यहां तीन युवक कानपुर से पीलीभीत जा रहे थे और गूगल मैप का इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन पीलीभीत बाइपास पर एक नहर किनारे छोटे से रास्ते पर वह हादसे का शिकार हो गए।

कार नहर में पलट गई। घटना सुबह 6 बजे की है। कार में तीन लोग सवार थे। हालांकि गनीमत ये रही कि इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई।

गौरतलब है कि देश में हर दिन सैकड़ों लोग रोड एक्सीडेंट की वजह से अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठते हैं। ऐसे में वाहन चलाते समय पूरी तरह अलर्ट रहें। एक गलती आपके जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकती है।

Raja Raghuvanshi Murder Case: राजा रघुवंशी की आत्मा की शांति के लिए शिलांग में अनुष्ठान, परिवार ने दो महीने बाद पहुंचकर दी श्रद्धांजलि

Raja Raghuvanshi Murder Case: मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के निवासी राजा रघुवंशी की हत्या के दो महीने हो चुके हैं. हनीमून के दौरान पत्नी सोनम रघुवंशी की साजिश में फंसकर मारे गए राजा रघुवंशी का परिवार बेटे की मौत के बाद वो हर जरूरी कदम उठा रहा है, ताकि न केवल उसे न्याय मिले, बल्कि उसकी आत्मा को शांति भी मिले. इसी कवायद में राजा का परिवार मेघालय की राजधानी शिलांग में गुरुवार को उस घटनास्थल पर पहुंचा, जहां उनके बेटे ने दम तोड़ा था. राजा के परिवार ने घटनास्थल पर पूजा पाठ अनुष्ठान कराया. परिवार के सूत्रों का कहना है कि राजा की आत्मा की शांति मिले, इसलिए ये अनुष्ठान कराया गया है. राजा के परिवार ने हनीमून मर्डर केस में तीन सह आरोपियों की जमानत को भी चुनौती देने का फैसला किया है.

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राजा रघुवंशी के भाई और परिवार के कुछ और सदस्य मेघालय की ईस्ट खासी हिल्स की साईदोंग झरने के निकट उस निर्जन पार्किंग एरिया में पहुंचा, जहां सोनम ने प्रेमी राज कुशवाह और उसके साथियों की मदद से अपने पति का मर्डर कर दिया था. विपिन ने शिलांग में रिपोर्टरों को बताया कि राजा की आत्मा की शांति के लिए परिवार उसी सोहरा इलाके में पहुंचा, जहां हत्यारों ने उसकी जान ले ली थी. विपिन रघुवंशी मंगलवार को पुजारी और ज्योतिषी विनोद परियाल को लेकर शिलांग पहुंचे थे. वहां पुजारी ने कुछ विशेष अनुष्ठान कराए, ताकि राजा की आत्मा की शांति मिले.

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पुजारी ने पत्रकारों को बताया कि परिवार को उम्मीद है कि धार्मिक अनुष्ठान से राजा की आत्मा को शांति मिलेगी और उसे न्याय मिलेगा. वहीं राजा के परिवार ने शिलांग में एक वकील से भी संपर्क साधने का फैसला किया है, ताकि राजा रघुवंशी केस में प्रापर्टी डीलर सिलोम जेम्स समेत तीन आरोपियों की जमानत को चुनौती दी जा सके. जेम्स, फ्लैट मालिक लोकेंद्र तोमर और सुरक्षागार्ड बलवीर पर साक्ष्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगा था.

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परिवार के सूत्रों का कहना है कि राजा का परिवार सोनम का नार्को टेस्ट कराने के लिए अदालत में याचिका दाखिल कर सकती है, ताकि राजा के कत्ल की असली वजह पता लग सके. सूत्रों का यह भी कहना है कि सोनम का बड़ा भाई गोविंद भी शिलांग और गुवाहाटी में बड़े वकीलों से संपर्क का प्रयास कर रहा है, ताकि बहन की जमानत कराई जा सके. हालांकि सोनम के परिवार ने ऐसा अभी कुछ नहीं कहा है.