नई दिल्ली : प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तीसरी बार पद और गोपनीयता की शपथ ले चुके हैं. उनके साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया. शपथ होते ही पीएम मोदी एक्शन में नजर आ रहे हैं. दरअसल मोदी 3.0 की पहली कैबिनेट बैठक आज होने जा रही है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में गरीबों के लिए बड़े फैसलों का ऐलान संभव है. आज मोदी केबिनेट की पहली बैठक में बड़ा ग़रीबों के लिए 2 करोड़ नये घरों को मंज़ूरी दी जा सकती है.
मोदी कैबिनेट की पहली बैठक आज
राष्ट्रपति भवन के परिसर में रविवार को शपथ ग्रहण करने वाली नरेन्द्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल की पहली बैठक सोमवार शाम को प्रधानमंत्री के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर होने होनी है. नवनियुक्त मंत्रियों की बैठक शाम पांच बजे पीएम मोदी के आवास पर होगी. सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की मंत्रिपरिषद में शामिल मंत्रियों के लिए रात्रिभोज का भी आयोजन किया.
पीएम मोदी और 71 मंत्रियों ने ली शपथ
नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ ग्रहण किया और इसके साथ ही मोदी 3.0 में 71 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई. लेकिन, मोदी 2.0 के 34 ऐसे मंत्री थे, जिनको नई मोदी सरकार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई. इनमें से कुछ चेहरे ऐसे भी रहे जो इस बार के लोकसभा चुनाव में अपनी सीट बचाने में कामयाब नहीं रहे. नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री रहीं साध्वी निरंजन ज्योति, स्मृति ईरानी, अजय मिश्रा टेनी, महेंद्र नाथ पांडेय, संजीव बालियान जैसे कई नेता लोकसभा चुनाव हार चुके हैं.
शपथ समारोह में शामिल हुए कई देशों के शीर्ष नेता
शपथ ग्रहण समारोह में देश और विदेश के कई शीर्ष नेता भी शामिल हुए. कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे भी इस मौके पर मौजूद थे, हालांकि कई विपक्षी नेता समारोह में शामिल नहीं हुए. इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और जद(यू) प्रमुख नीतीश कुमार भी मौजूद थे.
शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित भारत के पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र के कई शीर्ष नेता मौजूद थे. मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, उनके भूटानी समकक्ष शेरिंग टोबगे, बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
विदेशी नेताओं में मुइज्जू की यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह भारत और मालदीव के बीच संबंधों में जारी तनाव के बीच हुई है.