नई दिल्ली : कर्नाटक में मैसूर अर्बन डिवेलपमेंट अथॉरिटी में जमीन घोटाले के आरोपों ने राजनीति को गरमा रखा है। इस मामले में सीधे सीएम सिद्धारमैया और उनकी पत्नी पर धांधली के आरोप लग रहे हैं और कहा जा रहा है कि 4000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। इस पर भाजपा विधानसभा में चर्चा चाहती है, जिसकी मंजूरी नहीं मिली तो उसके विधायक सदन में ही बैठ गए। यही नहीं बुधवार की पूरी रात भी विधायकों ने विधानसभा में ही काटी और फर्श पर सोते नजर आए। कई विधायकों की तो लुंगी और बनियान पहने तस्वीरें सामने आई हैं।
कर्नाटक भाजपा की ओर से सीएम सिद्धारमैया का इस्तीफा मांगा गया है। भाजपा का कहना है कि MUDA स्कैम के मुखिया सिद्धारमैया ही हैं और उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। वाल्मीकि डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन में बड़ा घोटाला हुआ है। कांग्रेस सरकार ने दलित समाज के साथ विश्वासघात किया है। उनके हिस्से की रकम को डकार लिया है। कर्नाटक भाजपा की ओर से एक्स पर लिखा गया है, ‘भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र और विधानसभा में नेता विपक्ष आर. अशोक के नेतृत्व में विधानसभा में प्रदर्शन हुआ। इस दौरान जेडीएस के नेता भी शामिल रहे।’
भाजपा ने कहा कि चाहते हैं कि MUDA स्कैम के फादर सिद्धारमैया इस्तीफा दें। जब तक दलित और आदिवासी समाज को न्याय नहीं मिलता है, हम आंदोलन करते रहेंगे। यह आंदोलन गरीबों के लिए न्याय पाने के लिए है। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि इस मामले की जांच ईडी को सौंप दी गई है। वहीं राज्य सरकार ने ईडी के दो अधिकारियों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है। सिद्धारमैया का कहना है कि यह उन्हें फंसाने की साजिश है, जिससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।
भाजपा नेताओं ने सिद्धारमैया से सवाल किया कि आखिर आप इस मामले की जांच क्यों नहीं करते हैं, जहां हजारों करोड़ रुपये के 5000 प्लॉट ताकतवर लोगों को सौंप दिए गए। जो गरीब तबके के लिए थे। भाजपा ने कहा कि गरीब तबके के लोगों के लिए सिर पर छत होना एक सपना होता है। आपने उनके सपनों को तोड़ते हुए अमीरों को प्लॉट दे दिए हैं।