कांकेर : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में शादी समारोह के दौरान एक युवती ने जमकर बवाल मचाया है। शादी के मंडप में दुल्हन के साथ जैसे ही दूल्हा साथ फेरे लेने वाला था, इस दौरान अचानक मंडप के पास पहुंची प्रेमिका के हाई वोल्टेज ड्रामे को देखकर सब हैरान हो गए। प्रेमिका शादी समारोह में पहुंच कर पहले तो धमकी देने लगी, उसके बाद दूल्हे को उठाकर अपने साथ ले गई। घटना को देखकर सभी हैरान रह गए। वहीं इस घटना से जमकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। इस पूरे घटनाक्रम के बाद देर रात तक चल रिश्तेदारों का सामाजिक बैठक में यह फैसला लिया गया की शादी को रद्द किया जाता है।
बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला कांकेर जिला मुख्यालय से करीबन 7 किलोमीटर दूर ग्राम कोकपुर का है। मगरलोड़ तहसील में में पुलिस आरक्षक की बारात पहुंची हुई थी। शाम होने पर बाराती का स्वागत करने के बाद घराती और बाराती एक साथ स्टेज में पहुंचे जहां शादी की वैधानिक विधि के अनुरूप टिकावन का कार्यक्रम किया जा रहा था। जैसे ही टिकावन की रस्म पूरी हुई दूल्हा दुल्हन को मंडप में बिठाया गया और परंपरा के अनुसार रस्मों को पूरा करते हुए दूल्हा दुल्हन सात फेरे लेने की तैयारी कर रहे थे। जैसे ही इस सात फेरे की रस्म शुरू होने वाली थी उस वक्त अचानक दूल्हे की प्रेमिका शादी के मंडप पर पहुंची और दूल्हे को अपने साथ ले जाने लगी।
प्रेमिका के द्वारा शादी के मंडप पर दूल्हे को साथ ले जाने को लेकर जमकर विवाद शुरू हो गया। इस पूरे घटनाक्रम को देखकर सभी भौचक्के रह गए और एकाएक शादी समारोह में विवाद शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि दूल्हे की प्रेमिका ने लड़के पर धोखे से शादी करने का आरोप लगाते हुए खुद के साथ अफेयर की जानकारी दी है। इसके बाद शादी समारोह स्थल पर बैठे घराती और बारातियों ने इसका विरोध किया। लेकिन युवती नहीं मानी और दूल्हे को अपने साथ ले जाने की जिद पर अड़ी रही। जब युवती से दूल्हे को उठाकर ले जाने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि 3 साल से उसका प्रेम संबंध चल रहा है। शादी की बात को उसके प्रेमी ने छुपा कर रख यह शादी कर रहा था।
Chhattisgarh News : शादी समारोह में प्रमिका का बवाल, सात फेरे के ठीक पहले धमकी देकर दूल्हे को उठा ले गई अपने साथ
इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच प्रेमिका ने कहा कि जैसे ही उसे इस बात की जानकारी पता चली वह हकीकत जानने शादी समारोह में पहुंच गई। सच्चाई सामने आने के बाद प्रेमिका ने पुलिस आरक्षक की शादी नहीं होने देने की जिद पर अड़ी रही। इस बात को लेकर काफी विवाद हुआ और अंत में कड़ी नाराजगी के बाद शादी समारोह को स्थगित करना पड़ा। वही इस पूरे मामले को लेकर गांव में बैठक हुई। जिसमें समाज के लोगों ने युवती से पूरी जानकारी ली, जब सच्चाई सामने आई तब यह पता चला कि इसमें पूरी गलती दूल्हे की है। इसके बाद रिश्तेदारों व समाज के लोगों ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद शादी को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही दुल्हन पक्ष की तरफ से शादी में हुए खर्च का पूरा भुगतान दूल्हा पक्ष को देने का फैसला लिया है।