नई दिल्ली : महाराष्ट्र के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी मर्डर की वजह से कई गुत्थियां उलझ चुकी है, ऐसे में हर उस सवाल का जवाब खोजा जा रहा है. जिससे मामले की तह में पहुंचा जा सकें. इसी सिलसिले में बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले पुणे से गौरव विलास अपुने को गिरफ्तार किया था. क्राइम ब्रांच की पूछताछ में गौरव ने बताया कि बाबा की हत्या के लिए बनाया गया प्लान A अगर फेल होता तो B प्लान बैकअप के लिए तैयार किया गया था.
बाबा सिद्दीकी के मर्डर के लिए तैयार था प्लान बी
बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में अब यह बात सामने आई है कि बाबा की हत्या के लिए बैकअप प्लान भी बनाया गया था. प्लान बी के तहत शूटर के तौर पर शामिल गौरव विलास फायरिंग का अभ्यास करने के लिए झारखंड गया था. उसके साथ ही इस मामले में पहले गिरफ्तार आरोपी रुपेश मोहोल भी झारखंड गया था. वहां पर दोनों ने कई राउंड फायरिंग का अभ्यास भी किया था. इन दोनों को ही मास्टरमाइंड शुभम लोनकर ने अभ्यास करने लिए भेजा था.
शूटर ने झारखंड में की शूटिंग की प्रैक्टिस
इसके लिए उसने हथियार भी मुहैया करवाए थे. वैसे क्राइम ब्रांच के अधिकारी अभी भी झारखंड में उस जगह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां अभ्यास किया गया. मुंबई पुलिस सूत्रों के अनुसार गौरव को शूटिंग की प्रैक्टिस झारखंड में करवाई गई थी. गौरव हत्या में प्लान बी के रूप में एक्टिव था. अगर A प्लान फेल होता तो वो बैकअप प्लान था. गौरव अपुने और रूपेश मोहोल 28 जुलाई को झारखंड गए, जहां उन्होंने एक दिन फायरिंग का अभ्यास किया. 29 जुलाई को पुणे लौट आए और शुभम लोनकर के संपर्क में रहे.
शूटर ने झारखंड में की शूटिंग की प्रैक्टिस
इसके लिए उसने हथियार भी मुहैया करवाए थे. वैसे क्राइम ब्रांच के अधिकारी अभी भी झारखंड में उस जगह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां अभ्यास किया गया. मुंबई पुलिस सूत्रों के अनुसार गौरव को शूटिंग की प्रैक्टिस झारखंड में करवाई गई थी. गौरव हत्या में प्लान बी के रूप में एक्टिव था. अगर A प्लान फेल होता तो वो बैकअप प्लान था. गौरव अपुने और रूपेश मोहोल 28 जुलाई को झारखंड गए, जहां उन्होंने एक दिन फायरिंग का अभ्यास किया. 29 जुलाई को पुणे लौट आए और शुभम लोनकर के संपर्क में रहे.
‘प्लान बी’ के लिए कुल छह शूटरों की भर्ती
जांच में यह भी पता चला कि अगर ‘प्लान A’ फेल होता तो ‘प्लान बी’ के लिए कुल छह शूटरों की भर्ती की गई थी. अब तक क्राइम ब्रांच ने इस मामले में पांच पिस्तौल और 64 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं. इनमें से तीन पिस्तौल मुंबई से, एक पनवेल से और एक पुणे से बरामद की गई. क्राइम ब्रांच को संदेह है कि एक और पिस्तौल और करीब 40 से 50 जिंदा कारतूस अभी भी हो सकते हैं और उन्हें खोजने के लिए काम किया जा रहा है.