नई दिल्ली : भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच 3 दिनों तक सैन्य संघर्ष चला। इस दौरान भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमलों में पाकिस्तान के कई प्रमुख एयरफील्ड्स तबाह हो गए, जिसके बाद पाकिस्तान घुटने के बल आ गया और उसने सीजफायर का प्रस्ताव दिया। इस बीच प्रमुख अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों और एयरबेस को निशाना बनाने में साफ बढ़त हासिल की है। बता दें कि ये दावा करते हुए न्यूयॉर्क टाइम्स ने हाईक्वालिटी सैटेलाइट तस्वीरों को भी साझा किया है जो मैक्सर्न टेक्नोलॉजी द्वारा खीचीं गईं सैटेलाइट तस्वीरें हैं, जिसमें एयरबेस की पुरानी और हमले के बाद की तस्वीरों को दर्शाया गया है।
पाकिस्तान के एयरबेस को भारत ने पहुंचाया गंभीर नुकसान
इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के हमले काफी प्रभावी थे और बेहतर लक्षित थे। भारत द्वारा किए गए मिसाइल हमलों में पाकिस्तान के कई एयरबेस को साफ तौर पर काफी नुकसान पहुंचा है। सैटेलाइट तस्वीरों से साफ पता चलता है कि भले ही दोनों पक्ष एक दूसरे पर गंभीर नुकसान पहुंचाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन असल में भारत ने पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचाया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों देशों में मॉडर्न डे वॉरफेयर और सटीक हथियारों के दौर में रणनीतिक रूप से हमलों को अंजाम दिया। लेकिन भारत ने इस लड़ाई में पाकिस्तान की एयरफोर्स के एयरबेस को निशाना बनाया, जिसमें पाकिस्तान के कई एयरबेस बर्बाद हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय और आर्मी हेडक्वार्टर के पास का एयरबेस तबाह
बता दें कि भारतीय वायुसेना द्वारा सबसे पहला हमला कराची पोर्ट के पास स्थित भोलारी एयरबेस पर किया गया था। इसके बाद सबसे संवेदनशील हमला भारतीय वायुसेना ने नूरखान एयरबेस पर किया जो कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के पास स्थित है। वहीं सेना के मुख्यालय और प्रधानमंत्री का कार्यालय भी वहीं स्थित है। बता दें कि इस्लामाबाद में स्थित सेना की यही यूनिट पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। यहां एयरबेस पर काफी नुकसान पहुंचा है। बता दें कि भारतीय सेना ने बीते दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाया है, जिसमें रहीम यार खान और सरगोधा एयरबेस भी शामिल है। इस तरह वायुसेना ने कुल 11 एयरबेस पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान घुटनों के बल आ गया और उसने सीजफायर का प्रस्ताव भारत को दिया, जिसके बाद भारत ने भी सीजफायर को सहमति दे दी।