भुवनेश्वर : पिछले मंगलवार के यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में करीब 122 लोगों की जान चली गई था। अब रविवार को ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की यात्रा होगी, जिसमें करीब 10 लाख से ज्यादा भक्तों के आने की उम्मीद है। ऐसे में ओडिशा पुलिस ने हाथरस हादसे से सबक लेते हुए पुरी की जगन्नाथ यात्रा में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ए आई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। इस यात्रा के दौरान ए-आई कैमरों और ड्रोन के जरिए पुलिस भीड़ का मैनेजमेंट करने का प्रयास करेगी।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी होंगी शामिल
पुरी की भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा दुनियाभर में विख्यात है। हर बार इस समारोह में शामिल होने के लिए लाखों भक्त दुनियाभर से पुरी में आते हैं। इस बार राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी इस यात्रा में शामिल होने के लिए पुरी आएंगी। साथ ही इस बार भक्तों के आने के पुराने सभी रिकॉर्ड टूटने के आसार है। इस बार यात्रा में करीब 10 से 13 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।
चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे कैमरे और ड्रोन्स
एडीजी(कानून व्यवस्था) संजय कुमार ने बताया कि पुलिस पहली बार ए-आई कैमरों और ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रही है। यह यातायात और भीड़ के मैनेजमेंट की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। इसके द्वारा भीड़ का पता लगाने , वाहन की गिनती करने और सही समय पर सही जानकारी प्राप्त करने की दिशा में मदद मिलेगी। रथ यात्रा के दौरान सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, ओडिशा पुलिस ने सार्वजनिक घोषणा प्रणाली से लैस पांच अत्याधुनिक जग ड्रोन को इस्तेमाल करने का फैसला लिया है।
कुमार ने टीओआई को बताया कि हमारा लक्ष्य तीन किमी लंबी ग्रैंड रोड पर जहां रथ को खींच कर ले जाया जाएगा, वहां पर किसी भी प्रकार के हादसे से बचने का है। हमने करीब 200 से ज्यादा ए-आई कैमरों को लगाया है, पुलिस ने उन जगहों को चिन्हित कर लिया है जहां पर कोई हादसा होने की संभावना है। इसके साथ ही तीन ड्रोन, जिनमें कैमरा, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और सायरन लगा हुआ है वह पूरी यात्रा को कवर करते हुए चलेंगे। इन ड्रोन्स के जरिए पुलिस को रियल टाइम जानकारी मिलेगी, जो कि भीड़ को नियंत्रित करने में मदद करेगी।
इसके साथ ही हमने रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कंपनियां, सीआरपीएफ की दो कंपनियां और आठ प्लाटून एसओजी ग्रुप की लगाई हुई हैं, जो हर कदम पर यात्रा के साथ होंगी।