रायपुर : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप मामले में एक बड़ी छापेमार कार्रवाई चल रही है. आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की टीम प्रदेश के कई जिलों में एक साथ कार्रवाई कर रही है. टीम के साथ सुरक्षा बलों के भी जवान बड़ी संख्या में तैनात हैं. प्रदेश के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कांकेर, बिलासपुर जिले में एक साथ ये कार्रवाई चल रही है. कांकेर और धरमजयगढ़ जिले के गायब कारोबारी और पुलिसकर्मी के घर को सील कर दिया गया है.
लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण पूरा होते ही छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप मामले में एक बार फिर से हड़कंप मचा है.15000 करोड़ रुपये के महादेव बुक सट्टेबाजी ऐप मामले ईओडब्ल्यू ने गुरुवार की सुबह एक बड़ी कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ के कई जिलों में एक साथ छापा मारा है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ईओडब्ल्यू की टीम इस मामले से जुड़े लोगों के ठिकानों में दबिश देकर कार्रवाई कर रही है. इनमें पुलिस कर्मचारी,व्यापारी सहित अन्य लोग शामिल हैं. टीम ने कांकेर जिले के हवलदार विजय पांडे के घर पर दबिश दी. घर पर टाला लगा होने के कारण टीम बाहर ही मौजूद है. घर के अंदर और बाहर टीम का कोई सदस्य नहीं होने के कारण टीम बाहर खड़ी रही. लम्बे इंतजार के बाद कोई नहीं पहुंचा तो घर को सील कर दिया.
पूर्व CM सहित 16 लोगों के खिलाफ FIR
बता दें कि महादेव सट्टा ऐप केस में करीब महीने भर पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. आरोप लगे थे कि पूर्व राज्य सरकार और प्रशासन ने प्रोटेक्शन मनी लेकर महादेव ऐप के अवैध कारोबार में मदद की थी. हालंकि इस पूरे मामले पर भूपेश बघेल ने कहा था कि FIR की कॉपी में कहीं भी उनका नाम नहीं है.