मुंबई : बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का आखिरकार मुख्य शूटर शिवकुमार गिरफ्तार हो गया. यूपी पुलिस की पूछताछ में उसने कत्ल के कई राज खोल दिए. शिवकुमार ने पूछताछ में बताया कि अनुराग कश्यप और वो एक ही गांव के हैं. पुणे में स्क्रैप के कारखाने में एक साथ काम करते थे.शिवकुमार और शुभम लोनकर दोनों ही अलग अलग स्क्रैप की दुकान में काम करते थे. शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है. शिवकुमार ने अपने बयान में यह भी बताया है कि शुभम ही वो व्यक्ति था, जिसने उसकी बात स्नैप चैट के ज़रिए लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से करवाई थी.
मुंबई में रहकर की थी रेकी
क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार शिव कुमार ने यह भी बताया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या करने के बाद उससे वादा किया गया था की दस लाख रुपये उसे मिलेंगे. इसके साथ ही हर महीने कुछ न कुछ मिलता ही रहेगा. हत्या के लिए पिस्टल और गोलियां, सिम व मोबाइल फोन शुभम लोनकर ने ही दिया था. शिवकुमार ने यह भी बताया कि वे कई दिनों तक मुंबई में थे और बाबा सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे. 12-10-2024 की रात में सही समय मिलने पर बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई.
नेपाल जाना चाहता था
शिवकुमार ने बताया कि उस दिन त्यौहार होने के कारण पुलिस व भीड़-भाड़ थी, जिसके कारण दो लोग मौके पर पकड़े गये थे और वह फरार हो गया था.सूत्रों के अनुसार शिवकुमार ने बताया कि उसने फोन रास्ते में फेंक दिया था और मुंबई से पुणे चला गया था. पुणे से झांसी व लखनऊ के रास्ते बहराइच पहुंचा था.अनुराग कश्यप से मैंने ट्रेन के एक यात्री से फोन मांग कर बात की थी तो उसने कहा था अखिलेशेंद्र, ज्ञान प्रकाश व आकाश ने मिलकर नेपाल में छिपने के व्यवस्था करवा दी है. इसलिये वो बहराइच आया था और अपने साथियों के साथ मिलकर नेपाल भागने की फिराक में था