नई दिल्ली : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को लाखों भारतीय रेल यात्रियों को लोकसभा में बड़ी खुशखबरी दी। उन्होंने बताया कि अगले कुछ ही महीनों के भीतर रेलवे ट्रेनों में 2500 जनरल कोच बनाने की तैयारी कर रहा है। मालूम हो कि पिछले कुछ सालों में ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या में कथित कमी आने का मुद्दा उठता रहा है। अब आने वाले दिनों में रेलवे ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या को बढ़ाने जा रहा है। हर मेल एक्सप्रेस ट्रेन में जनरल के चार डिब्बे लगाए जाएंगे। माना जा रहा है कि ट्रेनों में होने वाली भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इसके चलते गरीब और मिडिल क्लास रेल यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक ट्रेन में जनरल कोच का अनुपात स्लीपर और गैर-आरक्षित सहित दो-तिहाई है। मंत्री ने लोकसभा में कहा, “एक तिहाई एसी कोच हैं। यही मानक रहा है और इसे बनाए रखा गया है। हालांकि, चूंकि जनरल कोचों की मांग बढ़ रही है, इसलिए हमने अगले कुछ महीनों में 2,500 जनरल कोच बनाने का काम शुरू किया है।”
रेल मंत्री ने संसद में बताया कि स्टैंडर्ड के हिसाब से हर मेल ट्रेन में कम से कम चार जनरल कोच होने चाहिए। यह मानक सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने संसद को बताया कि भविष्य में भारतीय रेलवे वेटिंग लिस्ट और शॉर्टेज की दिक्कतों को दूर करने के लिए दस हजार जनरल कोच बनाने का काम शुरू करने जा रहा है।
अश्विनी वैष्णव ने अपने संबोधन की शुरुआत लगभग 12 लाख रेलवे कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए की। ये कर्मचारी रोजाना लगभग 20,000 ट्रेनों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करते हैं। रेल मंत्री ने रेलवे को देश की जीवन रेखा बताया, एक महत्वपूर्ण संस्था जिस पर देश की अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा भार है। रेलवे सुरक्षा को लेकर संसद को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने पिछले एक दशक में इस संबंध में की गई महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। 26,52,000 से अधिक अल्ट्रासोनिक दोष पहचान परीक्षण किए गए हैं, और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए कई नई तकनीकों को शामिल किया गया है।