भुवनेश्वर: भ्रष्टाचार निरोधक सतर्कता विभाग (विजिलेंस) के अधिकारियों ने शुक्रवार को ओडिशा के कोरापुट जिले में एक उप वन रेंजर (डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर ) के आवास में बने एक “गुप्त कक्ष” से 1.43 करोड़ रुपये नकद, 1.5 किलोग्राम सोना और 4.6 किलोग्राम से अधिक चांदी बरामद की। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। कोरापुर सतर्कता पुलिस अधीक्षक (एसपी) रवींद्र कुमार पांडा ने बताया कि इसके अलावा, सतर्कता टीमों ने तलाशी के दौरान एक बहुमंजिला इमारत, तीन फ्लैट, दो उच्च मूल्य के प्लॉट, 1.33 करोड़ रुपये मूल्य की बैंक जमा राशि, दो कारें और 15 लाख रुपये से अधिक मूल्य के अन्य घरेलू सामान भी बरामद किए।
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कहां कहां छापेमारी ?
- रामचंद्र नेपक का पुश्तैनी ज़मीन पर बना मकान, एनकेटी रोड, पीआर पेट्टा, जयपुर टाउन, ज़िला कोरापुट।
- फ्लैट नंबर 510, गोल्डन हाइट्स रेज़िडेंशियल अपार्टमेंट, पीआर पेट्टा, जयपुर।
- फ्लैट नंबर 511, गोल्डन हाइट्स रेज़िडेंशियल अपार्टमेंट, पीआर पेट्टा, जयपुर।।
- उनके भाई का फ्लैट, यूएमएस भगवती मैंशन, रघुनाथपुर, भुवनेश्वर।
- उनके ससुराल का घर, सोमबार टोला, जयपुर टाउन।
- उनका कार्यालय, जयपुर फॉरेस्ट रेंज।
सतर्कता विभाग ने जेपोर वन रेंज के उपरेंजर-सह-प्रभारी राम चंद्र नेपक के छह ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू किया। उन पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है। विभाग ने एक बयान में कहा कि अधिकारी का सकल मासिक वेतन 76,880 रुपये (शुद्ध 69,680 रुपये) है। नेपक ने नौ मार्च, 1989 को कोरापुट में सामाजिक वानिकी प्रभाग के अंतर्गत एक ग्राम वन कर्मी के रूप में अपना करियर शुरू किया था। बयान में कहा गया है कि रामचंद्र नेपक के खिलाफ छापेमारी के तहत उनके जेपोर टाउन के गोल्डन हाइट रेजिडेंशियल अपार्टमेंट में स्थित फ्लैट में एक गुप्त कक्ष में छिपाए गए लगभग 1.4 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। गिनती के लिए मशीनें लगा दी गई हैं और गिनती का काम जारी है।
इसमें यह भी कहा गया है कि 1.5 किलोग्राम सोना, 4.63 किलोग्राम चांदी, सोने के चार बिस्कुट, सोने के 16 सिक्के और जेपोर टाउन में दो उच्च कीमत के भूखंडों का भी पता चला है। हालांकि, नेपक ने दावा किया कि उनके यहां पाई गई संपत्तियां उनके बेटे और पत्नी की भी हैं, जो कारोबार कर रहे हैं। सोने और चांदी की बरामदगी के बारे में उन्होंने कहा, “सोना और चांदी उन्हें और उनके बेटे की शादी के दौरान उपहार के रूप में मिले थे। इसमें कुछ भी अवैध नहीं है।
गुप्त खजाना मिला
सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब फ्लैट नंबर 510 से एक गुप्त खजाना मिला। अब तक अधिकारियों ने वहां से करीब ₹1.4 करोड़ नकद बरामद किया। यह रकम एक गुप्त स्थान में रखी गई थी, जिसे टीम ने खोज निकाला। कुल नकदी बरामदगी बढ़कर लगभग ₹1.44 करोड़ हो गई है। बरामद संपत्ति की वैधता, सोने की कुल वजन और अन्य दस्तावेजों की जांच जारी है। यह देखा जा रहा है कि इतनी बड़ी संपत्ति किस स्रोत से और किस प्रकार इकट्ठा की गई।
आय से अधिक संपत्ति
डिप्टी रेंजर श्री रामचंद्र नेपक पर आरोप है कि उन्होंने अपनी ज्ञात आय से अधिक संपत्ति जमा की है। यह आय उनकी नौकरी और सरकारी वेतन से मेल नहीं खाती। इसी आधार पर यह जांच शुरू की गई थी, जिसमें इतनी बड़ी नकदी और संपत्ति उजागर हुई है। विजिलेंस टीम संपत्तियों की वैधता, बैंक खातों, दस्तावेजों और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की जांच कर रही है। पूछताछ के लिए श्री नेपक को हिरासत में लेने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यह कार्रवाई ओडिशा में सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस विभाग की एक और बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। आने वाले दिनों में जांच से और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।