नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेप के मामलों में जल्दी कार्रवाई और मौत की सजा की पैरवी की है। तृणमूल छात्र परिषद की स्थापना दिवस रैली को आरजी कर अस्पताल में बलात्कार-हत्या पीड़िता को समर्पित करते हुए ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि बंगाल जल्द ही बलात्कार के मामलों की समयबद्ध सुनवाई के लिए एक कानून लाएगा जिसमें दोषियों को मृत्युदंड दिया जाएगा। पार्टी महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी भाजपा सहित सभी दलों से केंद्र में एक समान कानून बनाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की नीति ‘बलात्कार संबंधी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने’ की है और इन मामलों से संबंधित मौजूदा कानूनों में संशोधन के लिए अगले सप्ताह राज्य विधानसभा में एक विधेयक पारित किया जाएगा, ताकि दुष्कर्म के अपराधियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित किया जा सके।
ममता बनर्जी ने कहा कि यदि राज्यपाल संशोधित विधेयक को मंजूरी देने में देरी करते हैं या इसे अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति के पास भेजते हैं तो वह राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में शनिवार से जमीनी स्तर पर आंदोलन शुरू करेगी ताकि बलात्कार के दोषियों को मृत्युदंड देने का कानून पारित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर आयोजित रैली में कहा, ‘‘हम अगले सप्ताह विधानसभा के विशेष सत्र में संशोधन विधेयक पारित करेंगे। फिर हम इसे मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजेंगे। अगर उन्होंने विधेयक को लटकाए रखा तो हम राजभवन के बाहर धरना देंगे।’’
पार्टी प्रमुख ने स्थापना दिवस को उस चिकित्सक को समर्पित किया, जिसकी इस महीने की शुरुआत में सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। ममता बनर्जी ने इस कार्यक्रम को देश भर में अत्याचार और दुर्व्यवहार के पीड़ितों को भी समर्पित किया।
उन्होंने राजभवन की एक पूर्व महिला कर्मचारी द्वारा लगाए गए यौन दुराचार के आरोपों का मुद्दा भी उठाया और राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर उनकी सरकार और पार्टी के खिलाफ झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया।