नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) इस समय एक बेहद विशाल एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) की निगरानी कर रहा है। इसका नाम अपोफिस (Apophis) है। इस एस्टेरॉयड का नाम मिस्र के अराजकता के देवता के नाम पर रखा गया है, और यह तेज गति से धरती की ओर बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि यह एस्टेरॉयड 13 अप्रैल, 2029 को धरती के बेहद करीब से गुजरने वाला है। इस घटना को लेकर पूरी दुनिया में चिंताएं बढ़ गई हैं।
ISRO ने अपने नए शुरू किए गए डोमेन “प्लैनेटरी डिफेंस” के तहत इस प्रकार की खगोलीय घटनाओं से निपटने की तैयारी की है। इस डोमेन का मुख्य उद्देश्य धरती को बाहरी खगोलीय वस्तुओं से बचाना है। ISRO के अध्यक्ष डॉ. एस सोमनाथ ने बातचीत में कहा, “एक बड़े एस्टेरॉयड से टकराव मानवता के लिए एक वास्तविक अस्तित्व का खतरा है। ISRO इस खतरे को गंभीरता से ले रहा है और हमारे नेटवर्क फॉर स्पेस ऑब्जेक्ट्स ट्रैकिंग एंड एनालिसिस (NETRA) द्वारा अपोफिस की करीबी निगरानी की जा रही है। आखिरकार, हमारे पास केवल एक धरती है जिस पर हम रह सकते हैं। भारत इस प्रकार के खतरों से निपटने के लिए सभी देशों के साथ सहयोग करेगा।”