नई दिल्ली : बांग्लादेश में बिगड़ते हालात के बीच भारत अपने राजनयिकों के साथ-साथ वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए योजना तैयार कर रहा है। ढाका के राजनयिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब बांग्लादेश की सेना ने संभाल ली है। इससे पहले यह जिम्मा पुलिस संभालती थी। पुलिस को आमतौर पर गुलशन और बारीधारा क्षेत्रों में राजदूतों और विदेशी मिशनों के आवासों की सुरक्षा का काम सौंपा जाता था। हालांकि सोमवार को कट्टरपंथियों के उपद्रव के बाद पुलिस यहां से हट गई। इससे पहले राजनयिकों ने विदेश मंत्रालय के सामने अपनी सुरक्षा के लिए चिंता जताई थी। इसके बाद सेना को तैनात करने का फैसला लिया गया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है ताकि जरूरत पड़ने पर अपने राजनयिकों और नागरिकों को निकाला जा सके। वहीं बांग्लादेश में फंसे भारतीय पश्चिम बंगाल में पेट्रापोल, कूच बिहार, मालदा, दक्षिण दिनाजपुर की सीमाओं के जरिए वापस भारत लौट रहे हैं। सोमवार रात भारत और बांग्लादेश के बीच उड़ान सेवाएं भी फिर से शुरू कर दी गई।
एयरपोर्ट पर फंसे थे कई यात्री
बांग्लादेश में काम करने वाले कई भारतीय मंगलवार सुबह वतन वापस लौट आए। लौट रहे एक भारतीय नागरिक ने बताया कि उड़ान रद्द होने की वजह से कई यात्री एयरपोर्ट पर फंस गए थे। उन्होंने बताया, “हम बांग्लादेश में काम करते हैं। कल हमारी उड़ान रद्द कर दी गई थी। रविवार को हमने भारत लौटने का फैसला किया था लेकिन उड़ान भरने के तुरंत पहले इसे रद्द कर दिया गया। हम बिना खाना और पानी के एयरपोर्ट पर इंतजार करते रहे। रात करीब 9.30 बजे हमें पता चला कि हमारी फ्लाइट रद्द हो गई है। उन्होंने बताया कि बाहर की स्थिति ठीक नहीं थी इसीलिए लोग हवाई अड्डे पर ही इंतजार कर रहे थे।