नई दिल्ली : हरियाणा में यमुनानगर के रादौर थाना के गांव खेड़ी लक्खा सिंह में 2 शराब ठेकेदारों को सरेआम गोलियों मारकर हत्या कर दी गई। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इसकी ली है। नोनी राणा नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से इसे लेकर पोस्ट किया गया। इसमें लिखा कि ‘जय बजरंग बली, राम-राम सभी भाइयों को। मैं नोनी राणा हूं और यमुनानगर में लक्खा सिंह खेड़ी में हत्या की जिम्मेदारी मैं, मेरा भाई रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़ लेते हैं। यह हमारे काम में दखलंदाजी करते थे। मैंने इनको पहले फोन कर समझाया भी था, मगर इन्हें समझ नहीं आया। जो हमारे दुश्मन के साथ बैठेंगे, वो सब मरेंगे। जो इनमें बचा है, वो दुनिया के किसी भी कोने में चला जाए, उसे मरना पड़ेगा। इंतजार करें, फिर नजारा देखने लायक होगा।’
पुलिस ने इस हत्याकांड के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान ताजेवाल गांव निवासी अरबाज और छछरौली निवासी हांडा के रूप में हुई है। यमुनानगर में गैंगवार में हुए डबल मर्डर के बाद एसपी यमुनानगर पूरी तरह से ऐक्शन में आ गए हैं। घटनास्थल से चंद कदमों पर पुलिस चौकी होने के बावजूद कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे, जिस कारण पूरी चौकी पर ही गाज गिरी है। चौकी इंचार्ज निर्मल सिंह समेत 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। एसआई शमशेर को चौकी इंचार्ज नियुक्त किया गया है। एसपी राजीव देसवाल ने पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही माना है। एसपी ने चौकी इंचार्ज निर्मल सिंह, एएसआई सुरेंद्र सिंह, एएसआई सुरेंद्र व जसवीर, हेड कांस्टेबल कृष्ण, कांस्टेबल गुलाब, रवि और दलवीर को निलंबित कर दिया है। एसपी राजीव देसवाल ने बताया कि लापरवाही के कारण सभी को सस्पेंड किया गया है।
गुरुवार को यमुनानगर जिले के रादौर के खेड़ी लक्खा सिंह गांव में नकाबपोश बाइक सवारों ने 3 युवकों पर फायरिंग की थी। युवक एक्सरसाइज करने के बाद अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठ रहे थे। हमलावरों ने उन पर 50 राउंड फायरिंग की। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। तीनों घायल युवकों को तुरंत नजदीकी प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने यमुनानगर के गोलानी गांव के वीरेंद्र कुमार और उत्तर प्रदेश के बड़ौत के पंकज कुमार को मृत घोषित कर दिया। यमुनानगर के उनहेड़ी गांव के अर्जुन को इलाज के लिए चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया। तीनों युवक शराब कारोबारी मोनू राणा के साथी थे।