कोलकाता : कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुई घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। मृतका के पिता ने ममता बनर्जी सरकार ने गंभीर आरोप लगा दिए हैं। उन्होंने कहा कि ममता की सरकार ने उन लोगों को चुप कराने की कोशिश की जो न्याय की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री भी चाहती हैं कि न्याय मिले और वह सड़क पर भी उतरीं। लेकिन आकिर न्याय मांगने वाले आम लोगों को जेल में क्यों डाल दिया गया? मुख्यमंत्री जो कुछ कर रही हैं, हम उससे संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार से मिलने वाली मदद राशि को भी लेने से इनकार कर दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि ऑटोप्सी के बाद उनकी बेटी का अंतिम संस्कार तुरंत करवा दिया गया। उन्हें शक है कि कुछ सबूतों को मिटाने की कोशिश की जा रही थी। उन्होंने कहा कि श्मशान घाट पर 3 शव थे लेकिन उनकी बेटी का अंतिम संस्कार पहले करवा दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से केवल आश्वासन दिया जाता रहा। इसीलिए सीबीआई की ओर जाना पड़ा।
उन्होंने पुलिस की जांच पर भी सवाल खड़े किए हैं। पीड़िता के पिता ने कहा, जांच में कुछ पता ही नहीं चला। हमारे साथ किसी भी अस्पताल के कर्मचारी ने सहयोग नहीं किया। पूरा विभाग ही मेरी बेटी की मौत का जिम्मेदार है। हमें शक है कि डिपार्टमेंट के कुछ लोग भी इस मामले में शामिल थे। वहीं पीड़िता की मां ने कहा कि जो लोग भी इस मुश्किल घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़े हैं वे उनके बेटे और बेटियों की तरह हैं। उन्हें उम्मीद है कि सीबीआई जांच में जल्द ही सारी बातों का खुलासा हो जाएगा।
उन्होंने कहा, सीबीआई ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। बता दें कि पुलिस ने घटना के 24 घंटे के अंदर ही ट्रैफिक पुलिस के वॉलंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया था। संजय रॉय को ही मामले का मुख्य आरोपी बताया गया है। वहीं संजय ने भी पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया है। टूटे हुए ब्लूटूथ हेडफोन की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया था।