हैदराबाद: तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को सेंट्रल क्राइम स्टेशन (CCS) ACP उमा महेश्वर राव को आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उमा महेश्वर राव साहित्य इंफ्रा मामले की जांच के लिए मुख्य विशेष अधिकारी थे, जो कई करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला है। ACB की तलाशी अशोक नगर में उमा महेश्वर राव के घर, और हैदराबाद में उनके दोस्तों के कुछ घरों, सीसीएस कार्यालय और आंध्र प्रदेश में 2 अलग-अलग स्थानों पर 10 घंटे से अधिक समय तक चली।
3 करोड़ रुपये की संपत्ति हुई जब्त
ACB अधिकारियों ने राव की 17 संपत्तियों की पहचान की है, जिसमें घटकेसर में 5 संपत्तियां शामिल हैं। छापेमारी कर रहे अधिकारियों के होश उस समय फाख्ता हो गए जब उन्होंने राव के आवास से 600 ग्राम सोने के अलावा 38 लाख रुपये नकद बरामद किए। जब्त की गई संपत्ति की कुल कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है। तलाशी के दौरान अधिकारियों ने कथित तौर पर उमा महेश्वर राव के बैंक लॉकरों की भी पहचान की और कुछ महत्वपूर्ण संपत्ति दस्तावेज बरामद किए। राव पर इब्राहिमपटनम के ACP के रूप में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था।
अपराधियों के समर्थन का है आरोप
आरोप हैं कि राव ने साहित्य इंफ्रा मामले में आरोपियों से पैसे वसूले थे और भूमि विवाद में पीड़ितों के बजाय अपराधियों का समर्थन करके बड़ी रकम एकत्र की थी। ACP उमा महेश्वर राव पर यह भी आरोप है कि उन्होंने BJP नेता चरण चौधरी को धमकी दी थी और कथित तौर पर टास्क फोर्स के DCP राधाकिशन राव की मदद से चरण के दोस्तों के जरिए 30 लाख रुपये ट्रांसफर कराए थे। अब राव के ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद ACB ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।